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Creating an E-book out of your Hindi Blog

It was a tough one there were a couple of tools available that will  convert your blog to PDF and hence a presentable E Book but these just wont work with Unicode Hindi. Then Shrish suggested to create a page with links to all my previous posts so as to get links to all posts and then get it converted to PDF. I am still not sure it will work but yet I have taken link to all my posts..and How I didi it, simple expanded all the archive list and copy paste to Frontpage, then took HTML of it and pasted it to this post's HTML thereby got link to all the posts on this posts, just to test.

So here are posts I made in last three years or so..

 

दिल्‍ली शहर के लाईट हाऊस यानि पुस्तकालय

क्लिक फ्राड पर एक नजर

हमने लीक की है हैरी पोटर...बोलो क्‍या करोगे

चलो थोड़ा सा स्‍थानीय हो जाएं - स्वर्ण जयंती पार्क...

आज इश्‍क पर लिखा जाए

आइए समझें ग़ीक मन को

अंतस के अबू ग़रैब को उजागर करता हार्मलेस फन

ब्‍लॉगिंग की सिद्धांत पुराणिका

न्‍यूयार्क से एक रोचक रपट, बरास्‍ता रिपुदमन पचौरी

हिंदी ब्‍लॉगिंग का साधुवाद युग अब बीत गया

दिल्‍ली में बेतकल्‍लुफी के कुछ अड्डे

आलोकजी लीजिए चिट्ठाकार विरह खत्‍म हुआ

विश्‍व हिंदी सम्मेलन से क्‍या उम्‍मीद रखें

क्‍या आप भी विंडोज लाइव राइटर इस्‍तेमाल करते हैं ?...

देबाशीष की पोस्‍ट से उपजे सवाल और अविनाशरहित दिल्‍...

गूगलित अहम......कौन आमिर खान...क्‍या नामवर सिंह

हिंदी ब्‍लागिंग की ग्रेपवाइन कहीं अंडरवर्ल्‍ड तो न...

शर्मसार करती प्रतिरोध की नग्‍नता

शौक से शक करें -- शास्त्री फिलिप

सुनो नारद के इनबॉक्‍स में एक पेंडिंग बहस

नारदजी छुटि्टयों में क्‍या कर रहे हैं :~)))

आइए शक करें......क्‍या शास्‍त्रीजी का सारथी एक निज...

चिट्ठाजगत पर धड़ाधड़ महाराज की 'गोपनीय' करतूत

बिनायक के बहाने असहमति के पक्ष में

कभी कभी अनहिट, निर्लिंक व टिप्‍पणीशून्‍य भी लिखें-...

▼ June (17)

ये दिल्‍ली वाली मीट की बात..... पहरुए सावधान रहना।...

सुनौलीधार से गूगल स्‍टोरी तक : लौंडपन पर स्‍फुट वि...

कौन है ये धुरविरोधी

एक छोटे भाई की 'शिक्षाशास्‍त्रीय' दिक्‍कतें

गोलचा के फुटपाथ पर संडे के संडे

हम मंगलू, हम पग्‍गल...तुम स्‍वामी, कृपा करो भर्ता

हमारा बि‍ब और उनकी भड़ास....शुक्रिया पेजफ्लेक्‍स

हैरी पुत्‍तर और जादू की छड़ी

इस चिट्ठे का गूगल-खोज विश्‍लेषण

अब देश इन गॉंवों को अफोर्ड नहीं कर सकता

ई-स्‍वामी जी मेरी एक और फिकर का जिकर सुनें

पंडितजी, ऐसे नारद की कल्‍पना त्रासद है

कवि नागार्जुन और गुलाबी चूडि़यॉं- वीडियो में

आपको न माने ताके बाप को न मानिए

हिंदू स्‍त्री का जीवन - High Caste Hindu Women

पहाड़ सुन्‍दर बन पड़ा है...साधुवाद

इस बार धनोल्‍टी

▼ May (10)

(दिल्‍ली) कॉलेज के बहाने तारीखे दिल्‍ली पर एक नजर

मायावती से कौन डरता है

दिल्‍ली से सांगला-चिटकुल : एक ड्राईवरी नजर

बंदिनी बस्‍पा और मोहक किन्‍नर कैलाश: एक स्‍लाइड शो...

फुरसतिया, उनका उबटनिआया लैपटॉप...और कानपुर

कंपू शहर में ब्‍लॉगर मीट

पत्रकारिता की दुनिया में ये हो क्‍या रहा है ..अविन...

हसन जमाल प्रकरण और चौपटस्‍वामी का गिद्धदृष्टि संधा...

नोम चोमस्‍की, अमर्त्‍य सेन अब हिंदी में नेट पर उपल...

फो-ग्रास उर्फ बत्‍तख का कलेजा..... अहिस्‍ता से निक...

▼ April (18)

साइबर पथ के होरी......विश्‍वास करें यह लेख सृजन शि...

ब्‍लॉगराइनों की व्‍यथा........नारद पर बजर गिरे

बुर्के में ज्‍योतिहीन आँखें....और नेत्रहीन का वैष्...

सागर अविनाश से नाराज हैं.....मसिजीवी क्‍या करे

सावधान..... दैनिक हिंदुस्‍तान में सुधीश पचौरीजी की...

तू तक, तू तक, तू तिया....अई जमाल होए

चिट्ठाकारी पर एक और लेख- आज दैनिक भास्‍कर में

बन्‍ने के वंदनवार और महाता उन्‍राओ की सूनी ऑंखें

हमारे देसी भुट्टे और विकास मीनार से लटकी ग्रीनपीस

अंतर्जाल पर हिन्दी चिट्ठे -सुजाता तेवतिया

छा....गए हिंदी चिट्ठे - जनसत्‍ता की कवरेज

खचेढ़ू चिंतामणि - चिटठावीरता का स्‍थाई भाव : चिट्ठ...

टैक्‍नोराटी हिंदी ब्‍लॉगिंग का कर्बला क्‍यों है

....क्‍योंकि याद भी एक जगह है और अरसा भी

खचेढ़ू चिंतामणि उर्फ भाव या मनोविकार

....लोग भूल गए हैं

हिंदी चिट्ठाकारी का अगला युग

प्रत्‍यक्षा की रसोई और कालिखजीवी की कुरूपता

▼ March (15)

विश्‍व हिंदी सम्‍मेलन 2007 : छा जाओ चिट्ठाकारो

निठारी के बाल-बोटी कबाब और मेरी बिटिया का चिकेन

ढीली अदवायन की खाट और खचेढ़ू चाचा

कमबख्‍त 23 तारीख भी नहीं आती.....

मुड़ के देखें Y2K को, उर्फ मिलना पुरानी प्रेमिका स...

....मुझे मुखौटा आजाद करता है

....क्‍योंकि हर पाठ उत्‍पाद है।

आइए रचें हिंदी का मौलिक चिट्ठाशास्‍त्र

दिल्‍ली की मीट यानि हरी घास में दम भर

....क्‍योंकि भाषा भी एक फ्रैक्‍टल है

ट्रांसलिटरेशन औजार की परख

एक उजड्ड हिंदीवाले की ब्‍लॉग दिक्‍कतें

वे तीन साथ-साथ थे

मैं चिट्ठा क्यों कर लिखता हूँ? ----- ओपन सोर्स मे...

.......सच बड़ा मजा आए

▼ February (13)

हमार का करिबै नीलिमा......जबाब फागु की पिचकारी से

ब्‍लॉग मंडी में हमारा भाव......फर्जी है भई फर्जी ह...

पापा !!! ये मसिजीवी क्‍या है.....

.....चड्डी पहनकर खिले फूल के माली से एक भेंट

....आखिर ये मर्दानगी का मामला है

.......डिग्री भी खिलाफ .....ससुरी

सवाल दर सवाल....बदलाव चाहिए

खूबसूरत देह का गोदना और कंठ पार्श्‍व पर विराजमान ह...

बादशाह के काले कपड़े...........देखो बादशाह नंगा है...

पेशेगत हिंदी ब्‍लागवाद से अभी कितना दूर हैं हम???

भाई महाशक्ति अपना उपहार ले जाओ

चूहा चर्चा: ऐसे ही वक्‍त में

नीलगगन किंतु धूसरित शिखर

▼ January (1)

मेरा सिर चकराता है........

▼ 2006 (16)

▼ December (1)

2006 :पढ़े-लिखे का लेखा-जोखा

▼ October (1)

जिन्‍नात का शहर - दिल्‍ली

▼ September (3)

अन्‍या से अनन्‍या

गोदना, बीयर और मुर्ग-मक्‍खनी: बोल मेरी हिंदी कितना...

बीयर कबाब में हिंदी हड्डी

▼ August (1)

धराशाही खिड़की के शिकार

▼ March (1)

कहा मानसर चाह सो पाई

▼ February (3)

कामरेड की मौत पर एक बहस

सावधान। अर्थ हड़ताल पर है

दिल्‍ली आखिर दिल्‍ली ठहरी

▼ January (6)

रिवर के स्‍टैटकाउंटर और अरुंधति का पुरस्‍कार त्‍या...

धूम्रशिखा के रत्‍न

वे इसे फीनिक्‍स कहते हैं

दरका दर्पण धूम्र संसार

बुदबुद फेन जीवन पुष्‍प

नव वर्ष : आशंकाओं के द्वीप

▼ 2005 (13)

▼ December (6)

इतिहास सो रहा है गहरी नींद

मुक्तिबोध से उधारी

मृत्‍युमत्‍त सपने

हिन्‍दी हाईपर टेक्‍स्‍ट की प्रकृति

पथराती कामना

वाह लाल्‍टू

▼ November (6)

स्‍तंभित जीवन

गूगली अर्थ का अर्थ

कुछ नया सोचा ???

कैमराटॉस

रहस्‍य स्‍नात

फ्रैक्‍टल

▼ October (1)

गतांक से आगे

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1 comments

  1. Ayush  

    1:41 PM

    हिन्दी लिखना तोह अब आसान हो ही गया है | वेब पर काफ़ी टूल्स है हिन्दी लिखने के लिए -- गूगल इंडिक एक है |
    गोस्ताट्स नमक कंपनी ने भी एक ट्राफिक परिसंख्यान टूल हिन्दी मे लॉन्च किया है
    http://gostats.in